Hysteria in Hindi: हिस्टीरिया बीमारी को मनोरोग के रूप में जाना जाता है, यह एक प्रकार की भावनात्मक और तात्कालिक रूप से अद्भुत और अस्वाभाविक आचरण विकार है। इस रोग के कारण व्यक्ति कई प्रकार के भावनात्मक और शारीरिक लक्षण दिखा सकता है, जो आमतौर पर उसके नियंत्रण में नहीं होते हैं। यह बीमारी आमतौर पर महिलाओं में ज्यादा पाई जाती है, लेकिन कभी-कभी पुरुषों में भी देखी जा सकती है।
हिस्टीरिया बीमारी क्या है
हिस्टीरिया एक प्रकार का मनोरोग है जिसमें व्यक्ति की भावनाओं और उसके व्यवहार में असामान्य बदलाव आ जाता हैं, जिसमें उत्तेजना, विक्षेप, रुतभावना, या आत्महत्या के विचार भी शामिल हो सकते हैं। हिस्टीरिया मानसिक स्वास्थ्य की बीमारी है जिसमें व्यक्ति की भावनाओं एवं व्यवहार में अनावश्यक परिवर्तन आ जाता हैं, जिससे व्यक्ति का सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन प्रभावित होता हैं। जो व्यक्ति के व्यवहार में अनियमितता का कारण बन जाता हैं।
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Hysteria: हिस्टीरिया रोग क्या होता है, जानिए! इसके लक्षण और उपचार |
हिस्टीरिया कब होता है?
जैसा कि हमने ऊपर पढ़ा कि हिस्टीरिया एक प्रकार की मानसिक स्वास्थ्य समस्या होती है और यह किसी भी आयु, लिंग, या जाति के साथ संबंधित नहीं होता है, यह मानसिक दुख या किसी अन्य प्रकार की चुनौतियों के कारण हो सकता है, यह किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
हिस्टीरिया अक्सर किसी व्यक्ति के जीवन के तनाव, चिंता, या दुख के साथ संबंधित होता है, लेकिन यह बीमारी किसी को भी किसी समय हो सकती है। यह रोग किसी की बुद्धि को प्रभावित कर सकता है, जिससे व्यक्ति के व्यवहार और भाषा में बदलाव हो सकता है।
हिस्टीरिया कहां से आता है?
हिस्टीरिया रोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की एक श्रेणी है और यह किसी विशेष स्थान से नहीं आता है, बल्कि इसके कई कारण हो सकते हैं।
जैसे- व्यक्ति की जीवन शैली, व्यक्ति की भावनाये, और उसकी मानसिक स्वास्थ्य की स्तिथि । हिस्टीरिया रोग व्यक्ति के पिछले अनुभव, तनाव, चिंता, या दुख से जुडा होता हैं।
हिस्टोरिया रोग के लक्षण क्या हैं?
हिस्टीरिया एक प्रकार का मनोरोग है, जो प्रत्येक इंसान पर अलग-अलग तरह रिएक्ट करता है लेकिन हिस्टीरिया के कुछ सामान्य लक्षण है जो इस रोग से ग्रसित व्यक्तियों में पाए जाते है, ये इस प्रकार है-
लक्षण | विवरण |
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समय-समय पर शरीर के कुछ हिस्सों में आकस्मिक दर्द | अप्राकृतिक दर्द का अहसास होता है, जो बिना किसी विशेष कारण के होता है। |
बिना वजह रोना | बिना किसी वजह के रोने की आदत डालना, जो बार-बार होती है। |
अपने शरीर के नियंत्रण में कमी | व्यक्ति को अपने शरीर का नियंत्रण खो देना, जिसके कारण उनका शरीर उनकी इच्छानुसार काम नहीं करता। |
सामाजिक अलगाव | सामाजिक अलगाव का अहसास होना और अपने आस-पास के लोगों से अलग फील करना। |
सामाजिक दर्द | सामाजिक दर्द का सामना करना और दुसरों के साथ संबंधों में कठिनाइयों का सामना करना। |
अलग रहने की भावना | अक्सर अकेलेपन का अहसास होता है, जिसके कारण व्यक्ति अपने आप को छिपाने की कोशिश करता है। |
स्वप्न का एहसास | स्वप्न का अनुभव होना, जैसे कि व्यक्ति किसी फैंटेसी दुनिया के बारे में सपने देखता है। |
अनियमित व्यवहार | व्यक्ति का व्यवहार अनियमित होता है, और उनके व्यवहार में अचानक बदलाव होता है। |
मोटापा या दुर्बलता | प्रारंभिक दिनों में व्यक्ति को मोटापा या दुर्बलता का अहसास होता है। |
आत्मघात की भावना | आत्महत्या करने की भावना होना, जो खतरनाक हो सकती है। |
हिस्टीरिया का उदाहरण क्या है?
हिस्टीरिया रोग व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है, हिस्टीरिया रोग मे व्यक्ति को अचानक अपने शरीर के कुछ हिस्सों में दर्द महसूस होने लगता है, जो बिना किसी विशेष कारण के होता है। इसी दर्द के कारण से व्यक्ति के हाथ पैर में चुभन, तनाव, और आकस्मिक बेहोशी की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
हिस्टीरिया का सबसे अच्छा इलाज क्या है?
हिस्टीरिया का इलाज पूर्णतया डॉक्टर का सुझाव और रोगी के लक्षणों पर निर्भर करता है।
हिस्टीरिया के इलाज के लिए मानसिक स्वास्थ्य के विषय-विशेषज्ञों की सलाह ली जाती है, जैसे कि मनोचिकित्सक (साइकिएट्रिस्ट) या मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर (साइकोलॉजिस्ट)।
योग: हिस्टीरिया के इलाज के लिए योग सबसे अच्छे तरीको में से एक है लोग किसी प्राणायाम और योग के अभ्यास के माध्यम से अपनी मानसिक स्थिति को सुधार सकते है।
मुख्य बात यह है कि हिस्टीरिया का इलाज व्यक्तिगत होता है, और रोगी के लक्षणों के आधार पर विभिन्न चिकित्सा के विकल्पों की सलाह दी जाती है।
नोट:- यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के लिए लिखा गया है, अगर आपको ऐसी कोई समस्या है तो बिना देरी अपने चिकित्सक से सलाह ले।
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