OYO IPO In Hindi: ओयो ने क्यों घटाया अपने IPO का साइज?

OYO ने अपने IPO के साइज को घटाकर दोबारा ड्राफ्ट पेपर किया सबमिट

भारतीय स्टार्टअप कंपनी ओयो (OYO) ने कुछ दिनों पहले घोषणा की थी वह अपना IPO लेकर आ रही है लेकिन ओयो के अपना IPO लाने से पहले ही SEBI ने झटका दे दिया और SEBI ने OYO की तरफ से सबमिट किये गए ड्राफ्ट पेपर को वापस कर दिया था, लेकिन ओयो ने दोबारा से अपने IPO के साइज को घटाकर अपना ड्राफ्ट पेपर सेबी को सौंप दिया है, आखिर वे कौन से कारण थे जिसकी वजह से ओयो ने अपने IPO के साइज घटाया।

OYO फुल फॉर्म-"ON YOUR OWN" होता है। OYO कंपनी की शुरुआत वर्ष 2013 में हुई। OYO के Founder- 'रितेश अग्रवाल' है। OYO को एक स्टार्टअप के रूप में शुरू किया था, वर्तमान में OYO दुनिया भर के 80 देशो में उपस्थित है।
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सेबी ने ओराबेल स्टेज लिमिटेड सहित करीब 6 अधिक कंपनियों के IPO के कागजात को वापस कर दिया है, ओराबेल स्टेज लिमिटेड टेक फर्म OYO की पेरेंट कंपनी है, सेबी ने इन कंपनियों को कुछ अपडेट और DRHP के साथ ड्राफ्ट पेपर को फ़ाइल करने को कहा है।
पिछले कुछ महीनों में बहुत सारी कंपनियों के IPO में निवेशकों के पैसे डूब जाने के कारण सेबी अब किसी भी कंपनी के IPO को मंजूरी देने से पहले सख्ती दिखा रही है। क्योंकि सेबी अब पहले से ही सुनिश्चित कर लेना चाहती है कि IPO लाने वाले कंपनी की स्तिथि कैसी है, और भविष्य में कैसी होगी , इसकी वित्तीय सेहत कैसे रहेगी कौन कौन इस कंपनी के भागीदार है, कौन इसके प्रमोटर्स है, यानी IPO को अप्रूव करने से पहले सेबी कंपनी को हर एक मापदंड पर परखना चाहती है, इसलिए सेबी ने ओयो और उसके अलावा 6 और कंपनियों को वापस से DRHP को फ़ाइल करने को कहा है।
DRHP के माध्यम से सेबी कंपनियों से यह पूछती है कि IPO के माध्यम से आप कितना पैसा मार्केट से उठाना चाहते है, उस पैसे को किस जगह उपयोग में लाओगे, और जिन्होंने आपके IPO में पैसे को निवेश किया है उस निवेशक का पैसा कहा डूब सकता है, यानी कितना जोखिम है कि निवेशकों का पैसा डूब जाएगा या सुरक्षा कितने प्रतिशत है। सेबी अब किसी भी कंपनी का IPO शेयर मार्केट में लिस्ट करने से पहले सब कुछ उस कंपनी से जान लेना चाहती है जिससे भविष्य में निवेशकों के पैसों को डूबने से बचाया जा सके।

DRHP Full Form

DRHP का Full Form ड्राफ्ट रेट हेअरिंग प्रोस्पेक्ट्स यानी यह एक प्रकार के ऑफर डॉक्यूमेंट होता है जिसे मर्चेंट बैंकर IPO लाने वाली कंपनी के साथ मिलकर तैयार करते है ,DRHP में कंपनी और कारोबार की सम्पूर्ण जानकारी होती है।
इसके अलावा DRHP में कंपनी के परिचालन, और प्रमोटर्स आर इंडस्ट्री में इसके भागीदार और सूचीबद्धगैर सूचीबद्ध कंपनियों के तुलना के विषय को बताया जाता है।

Merchant Bank क्या होती है?

जब कोई कंपनी अपना शेयर या IPO लेकर आती है तब वह कंपनी शेयर मार्केट और IPO से प्राप्त होने वाले वाले पैसे को अपने पास न रखकर किसी प्राइवेट बैंक या मर्चेन्ट बैंक के पास रखती है सारी खरीद और एकाउंट्स को मैनेज करने का काम Merchant Bank करती है।

ओयो के अलावा इन 6 कंपनियों के ड्राफ्ट पेपर को सेबी ने वापस कर दिया

  1. गो डिजिट जनरल इन्सुरेंस
  2. लावा इंटरनेशनल (मोबाइल कंपनी)
  3. B2B पेमेंट एंड सर्विस प्रोवाइडर
  4. फिन केअर स्माल फाइनेंस बैंक
  5. इंटीग्रेटेड सर्विस कंपनी
  6. BVG इंडिया

ओयो IPO क्या है?

ओयो एक भारतीय स्टार्टअप कंपनी है जो पब्लिक सर्विसेज के क्षेत्र में काम करती है ,ओयो अपने कंपनी का IPO लाकर शेयर मार्केट से करीब 8000 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। IPO के माध्यम से कंपनी अपनी कुछ हिस्सेदारी आम जनता को शेयर के रूप में बेच देती है।

OYO FULL FORM | OYO MEANING IN HINDI

OYO फुल फॉर्म-"ON YOUR OWN" होता है। OYO कंपनी की शुरुआत वर्ष 2013 में हुई। OYO के Founder- 'रितेश अग्रवाल' है। OYO को एक स्टार्टअप के रूप में शुरू किया था, वर्तमान में OYO दुनिया भर के 80 देशो में उपस्थित है।

ओयो का IPO कब आएगा?

ओयो का IPO लेने के लिए फिलहाल अभी निवेशकों को प्रतीक्षा करना होगा, क्योंकि सेबी ने ओयो की तरफ से सबमिट किये गए IPO के ड्राफ्ट पेपर को वापस कर दिया गया है, और सेबी ने कुछ अपडेट और DRHP के साथ दुबारा पेपर को फ़ाइल करने को कहा है। इसीलिए ओयो ने अपने IPO के साइज को कम कर दिया है जिसके IPO आने में सेबी की तरफ से कोई परेशानी का सामना करना ना पड़े।

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