ऑर्गेनोइड इंटेलिजेंस (OI) जो भविष्य में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को पीछे छोड़ देगा
मानव दिमाग़ कितना शक्तिशाली है इसकी जानकारी दुनिया में शायद ही किसी भी व्यक्ति के पास हो, इंसान धरती से चांद तक पहुच गया है, लेकिन अभी तक वह अपने दिमाग की पूरी क्षमता को नही जान सका है मानव ने अनेक कंप्यूटर मशीन का निर्माण किया है लेकिन ये मशीन अभी भी मानव दिमाग की तुलना में कोषों दूर है क्योंकि मशीन तो मिनटों में गणना कर सकती है और किसी भी प्रश्न के उत्तर को तुरंत दे सकती है लेकिन फिर भी यह मशीन मानव दिमाग की शक्ति से बहुत दूर है, लोग कहते है कि सुपर कंप्यूटर मिनटों में लाखों गणनाएं कर सकते है लेकिन क्या आपको पता है कि मानव दिमाग, सुपर कंप्यूटर से भी कई गुना अधिक शक्तिशाली है वह मिनटों में कई सौ करोड़ गणनाएं कर सकता है। मानव दिमाग पल भर में सुपर कंप्यूटर से भी तेज गति से किसी भी छवि अपने अंदर बना सकता है ,वह कल्पना कर सकता है नई चीजें सोच सकता है। इस आर्टिकल में हम ऑर्गेनोइड इंटेलिजेंस के बारे में विस्तार से बात करेंगे।
ऑर्गेनोइड क्या है-
मानव के रियल टिश्यू की सहायता से लैब में जो भी मानव अंग विकसित किए जाते है उन्हें ऑर्गेनोइड कहा जाता है । इन अंगों का निर्माण इंसानों के ही टिश्यू से किया जाता है। इनका आकर त्रिविमीय होता है इनका प्रयोग असल मे इंसानी अंगों को समझने के लिए किया जाता है।
बायो कंप्यूटर क्या है-
मानव टिश्यू की सहायता से बनाये गए दिमाग को तारो की सहायता से जोड़कर कंप्यूटर का निर्माण करना जो एकदम इंसानों की तरह व्यवहार करें बायो कंप्यूटर कहते है।
ऑर्गेनोइड इंटेलिजेंस-
अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बारे में सुना होगा जो हर एक चीज करने में सक्षम है जैसे इंसानी दिमाग करता है ठीक वैसे ही अब सच मुच का दिमाग तैयार किया जा रहा है जिसे ऑर्गेनोइड दिमाग़ कहा जा रहा है लेकिन यह दिमाग मानव दिमाग की तरह जीवित नहीं होगा।
फ़ोटो:- भविष्य के AI रोबोट |
ऑर्गेनोइड इंटेलिजेंस की विशेषताएं
- इसका निर्माण मानव की टिसू से होगा
- यानी मानव की कोशिका की सहायता से लैब में मानव दिमाग को तैयार किया जाएगा
- जिसका संचालन कोई मानव नही बल्कि मशीन करेगा।
- विज्ञान में स्टेम सेल की अवधारणा के आधार पर यह माना जाता है कि मनुष्य का सम्पूर्ण शरीर और उसके सभी अंगों का निर्माण स्टेम सेल से ही हुआ है और स्टेम सेल में इतनी क्षमता होती है कि वह मनुष्य के शरीर के किसी भी अंग को दुबारा जीवित कर सकती है।
- उसी स्टेम सेल की सहायता से मानव टिशू द्वारा एक ऑर्गेनोइड दिमाग को विकसित किया जाएगा।
- जो बिल्कुल मानव के दिमाग की भांति हर सोची हुई वस्तु को मशीन में डाल देगा ।
- भविष्य में ऑर्गेनोइड इंटेलिजेंस की मदद से इंसानी प्रयोगों को लैब में ही कंप्यूटर पर किया जाएगा ।
- और इसके परिणाम को समझा जा सकता है, अगर ऑर्गेनोइड के माध्यम से मानव दिमाग का निर्माण कर लिया जाता है तो इसकी मदद से इंसानी दिमाग की क्षमताओं का अनुमान लगाया जा सकेगा
- और विभिन्न बीमारियों में इंसानी दिमाग के रिस्पॉन्स को लैब में पता लगाया जा सकेगा।
- कंप्यूटर भी मानव मन की गति के भांति सोच सकेगा और सिमुलेशन तैयार कर सकेगा।
- जो कि आज कंप्यूटरों को करने में महीनों लग जाते है
- ऑर्गेनोइड इंटेलिजेंस की सहायता से तुरंत रिजल्ट को प्राप्त किया जा सकेगा।
AI जो आज से समय बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय है जो हर काम को बहुत ही शानदार तरीके से करता है लेकिन AI के पास खुद की सोचने की क्षमता नही है यह दिए गए इंट्रक्शन्स पर ही कार्य करता है लेकिन OI (ऑर्गेनोइड इंटेलिजेंस) में बिल्कुल मानव की तरह सोचने , समझने क्षमता होगी वह मानव मन की भांति कार्य करेगा ठीक मानव दिमाग की तरह सोचेगे भी।