खाना बनाने में कौन से कुकिंग आयल प्रयोग करना चाहिए: ज्यादा ऑयली खाना खाने से हमारा शरीर आयल को ठीक तरह से पचा नही पता है और ये आयल इंसान की नसों में एकत्रित होता रहता है जो एक दिन नसों को पूरी तरह से ब्लॉक कर देता है। नसों में ब्लॉकेज ही हार्ट अटैक का मुख्य वजह है। इसलिये हम इस आर्टिकल में ये बताने जा रहे है कि खाना बनाने में कौन सा कुकिंग आयल का प्रयोग करना चाहिए.
रोजाना खाना बनाने के लिए कौन सा तेल सबसे अच्छा है|Best Cooking Oil in India
फ़ोटो: आयल |
संख्या | खाना बनाने के लिए सबसे अच्छा तेल |
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1. | राइस ब्रायन आयल |
2. | ओलिव आयल |
3. | तिल का तिल |
4. | सरसो का तेल |
राइस ब्रायन आयल (चावल की भूसी का तेल)
राइस ब्रायन आयल जिसका इस्तेमाल खाना बनाने के लिए करना चाहिए क्योंकि राइस ब्रायन आयल में फैटी एसिड बहुत ही कम मात्रा में होता है, यह तेल चावल की भूसी से बनाया जाता है। इसका इस्तेमाल करने से हार्ट पर कोई नुकसान नही होता है और यह तेल आसानी से बाजार में मिल जाता है, लेकिन इसके दाम आम तेल के दामो से थोड़ा ज्यादा होता है, लेकिन यह तेल गर्म करने पर जलता कम है तथा धुंआ नही छोड़ता है।
राइस ब्रायन आयल के फायदे
- यह हार्ट को स्वस्थ रखता है
- कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करता है
- वजन बढ़ने से रोकता है
- प्रतिरोधक क्षमता के विकास में सहायता करता है
- डायबिटीज रोगियों के लिए इसका इस्तेमाल करना लाभकारी है
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Olive Oil (जैतून का तेल)
ओलिव आयल खाना बनाने के लिए एक बेस्ट आयल है इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन्स पाए जाते है जो इंसानों के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है, यह तेल हार्ट अटैक के खतरों को कम करता है। तथा जिनका ब्लड प्रेशर हाई रहता है उसे कम करने में मदद करता है, इसमें विटामिन ए और ई भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
जैतून का तेल के फायदे
जैतून का तेल एक प्राकृतिक औषधि की तरह है जिसमें कई गुण होते हैं। यह आपके बालों, त्वचा, दिल, मस्तिष्क, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत हीउपयोगी होता है।
- हृदय को स्वस्थ रखें- जैतून के तेल में मोनोसैचुरेटेड फैट्स, पोलीफेनोल्स, और विटामिन E की मात्रा काफी होती है जो हृदय के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं। इसका रोज सेवन करने से हृदय संबंधी बीमारिया जैसे कि हृदय संक्रमण, हृदयरोग, high BP के खतरे को कम कर सकता है।
- मस्तिष्क के लिये - जैतून के तेल में पोलीफेनोल्स, विटामिन ई, और अन्य तत्वों की मात्रा होती है जो मस्तिष्क स्वास्थ्य को सुधारता हैं। इसे आंखों के ऊपर मसाज करने से नेत्र संबंधी समस्याएं दूर की जा सकती हैं और सोचने की और स्मरण शक्ति को बढ़ाती है।
- त्वचा के लिए फायदेमंद- जैतून का तेल त्वचा के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसमें मौजूद गुणों के कारण यह त्वचा को मुलायम, नरम और चमकदार बनाने में मदद करता है। इसे स्किन मॉइस्चराइजर के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है जो त्वचा को नियमित रूप से नमी प्रदान करता है।
- बालों के स्वास्थ्य के लिए- जैतून का तेल बालों के लिए भी बहुत लाभदायक होता है। इसमें मौजूद विटामिन ई और ए के कारण यह बालों को मजबूती मिलती है, बाल चमकदार और सुंदर हो जाते है। इसे मसाज करने से बालों का पोषण बढ़ता है और बालों के झड़ने की समस्या को कम करने में मदद मिलती है।
तिल का तेल
तिल के तेल में काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते है जो इन्सानी शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है तथा इसमें फैट की मात्रा ना के बराबर होती है ,खाना बनाने के यह एक उत्तम विकल्प है इस तेल के इस्तेमाल से हड्डीया मजबूत होती है यह तेल एक इंसानी शरीर मे एन्टी एजिंग के रूप में कार्य करता है, यह मानव त्वचा को ढिली होने से बचाता है।
सरसो का तेल (मस्टर्ड आयल)
पुराने जमाने मे लोगो के घर मे सरसो का तेल आसानी से उपलब्ध होता था, यह तेल एकदम शुद्ध होता था जिसमे किसी भी प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल नही होता था यह तेल बिल्कुल नेचरल तरीके से सरसो के छोटे छोटे दानों से निकाला जाता था, सरसो का तेल भी हार्ट के लिए सुरक्षित माना गया है।
खाने में शुद्ध और अच्छा तेल इस्तेमाल करने से हार्ट तो स्वस्थ रहता ही है साथ मे ये तेल हमारे शरीर को भी स्वस्थ रखने में सहायता करता है, इसलिए ऑयली चीजो को खाने से बचे और घर पर ही शुद्ध तेलों के इस्तेमाल से बने हुए पकवान को ही खाये और अपने हार्ट को स्वास्थ रखे।
Low क्वालिटी के तेल है, हार्टअटैक आने की मुख्य वजह
आककल हार्ट अटैक आना आम सी बात हो गयी है, चलते फिरते कही भी किसी को भी हार्ट अटैक आ जा रहा है, आये दिन सोशल मीडिया के माध्यम से हमे अनेक वीडियोस देखने को मिलते है जिसमे कोई जिम कर रहा होता है, या डांस कर रहा होता है और देखते ही देखते हार्ट अटैक का शिकार हो जाता है।
सबसे पहले हमें ये समझना होगा कि हार्ट अटैक क्यों और कैसे आता है?
इंसान जो कुछ भी खाता पीता है वह सब खाया पिया आंतो के बाद हमारे खून में मिल जाता है, और हमारे हार्ट का काम होता है हमारे खून को शुद्ध करना और जब यह खून हमारे हार्ट की नसों में से शुद्ध होकर निकलता है तब खून में मिली हुई फैट हमारे नसों में धीरे धीरे जमती रहती है.
और जब ये फैट इतना ज्यादा हो जाती है कि इंसान के हार्ट की नसों को ब्लॉक कर देती है जिससे हमारे हार्ट को खून को शुद्ध करने के लिए अधिक कार्य करना पड़ता है, और नसों के ब्लॉक होने के कारण खून जिस गति से नसों में बहना चाहिए उस गति से बह नही पाता है तो वह खून वापस हार्ट में लौट जाता है जिससे हार्ट को झटका लगता है और इंसान को हार्ट अटैक आ जाता है।
इंसानों में हार्ट अटैक आने में मुख्य भूमिका उसकी डेली लाइफ रूटीन निभाते है जैसे कि वह क्या और किस प्रकार के खाने को खाता है ज्यादा ऑयली खाना खाने से हमारा शरीर आयल को ठीक तरह से पचा नही पता है और ये आयल इंसान की नसों में एकत्रित होता रहता है जो एक दिन नसों को पूरी तरह से ब्लॉक कर देता है। नसों में ब्लॉकेज ही हार्ट अटैक का मुख्य वजह है।
ब्लॉकेज की मुख्य वजह हमारा तेल है जिसका इस्तेमाल हम खाने में रोज करते करते है, क्योंकि आजकल मार्केट में उपलब्ध खाने के तेल केमिकल से बने हुए है जो इंसानों के हार्ट को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे है, इसलिए सभी को अपने खाने में उच्च गुणवत्ता युक्त तेल का इस्तेमाल करना चाहिए, ऐसे तेल जो नेचर बेस हो और हल्के हो उन्ही तेलों का प्रयोग करना चाहिए।