भारत मे मिला पहला लिथियम का भण्डार, जानिए ! किस प्रकार भारत के विकाश में होगा सहायक

जम्मू कश्मीर में मिला भारत का पहला लिथियम का भण्डार, मात्रा 60 लाख टन|India's first lithium deposit found in Jammu and Kashmir, Quantity Six Million Tonnes

जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने जम्मू कश्मीर में लिथियम के बहुत बड़े भंडार की खोज की है जिससे भारत की तस्वीर बदल सकती है इस खोज से भारत लिथियम के भण्डार के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश होगा, सबसे ज्यादा लिथियम के भंडार चिली के पास है।


जम्मू कश्मीर में मिला भारत का पहला लिथियम का भण्डार, मात्रा 60 लाख टन|India's first lithium deposit found in Jammu and Kashmir, Quantity Six Million Tonnes
(Photo:- सोशल मीडिया)


जम्मू कश्मीर में मिला भारत का पहला लिथियम का भण्डार, मात्रा 60 लाख टन|India's first lithium deposit found in Jammu and Kashmir, Quantity Six Million Tonnes
सोर्स:- ट्विटर मिनिस्ट्री ऑफ माइंस इंडिया 

क्या है लिथियम

बात करे लिथियम की तो 2019 का नोबल प्राइस उन्ही तीन वैज्ञानिकों को दिया जिन्होंने ,लिथियम से बैटरी  बनाने की टेक्नोलॉजी विकशित की थी।

लिथियम का हमारे जीवन मे बहुत ज्यादा महत्व है , जिस प्रकार कोयले को हम काला सोना कहते है उसी प्रकार लिथियम को सफेद गोल्ड के नाम से जानते है, लिथियम का मानव जीवन मे गहरा इम्पैक्ट पड़ता है ,आजकल स्मार्टफोन्स , लैपटॉप, टेबलेट, तथा चार्जिंग से चलने वाले वस्तुयों से हम घिरे रहते है, इन सब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों में जो कि जिस प्रकार की बैटरियों का इस्तेमाल किया जाता है उस बैटरी का नाम लिथियम आयन बैटरी होता है ,उस बैटरी के निर्माण के लिथियम एक प्रमुख घटक है जिसके बिना इनका निर्माण किया ही नही जा सकता है।

अभी तक चीन सबसे ज्यादा लिथियम आयन बैटरीज का निर्माण करता है और लगभग पूरे विश्व को निर्यात करता है।

कौन कौन से देशो के पास लिथियम के भंडार है


लिथियम के भण्डार के मामले में सबसे ऊपर चिली है जिसके पास 9.3M टन है उसके बाद दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया है 6.2M टन, तीसरे नंबर पर अब भारत होगा 5.9M टन के साथ, चौथे नंबर पर अर्जेंटीना है जिसके पास 2.7M टन का भंडार है, पांचवे नंबर और चीन है जिसके पास 2M टन है, छठे नंबर पर USA 1M टन, और सातवें नंबर पर कनाडा है जिसके पास 0.9M टन लिथियम के भंडार है।


लिथियम का भंडार भारत मे मिलने से भारत को क्या फायदा होगा

जैसा कि सभी देश एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा में आगे निकलना चाहते है और आज इलेक्ट्रॉनिक वस्तुयों का युग है और भारत ने अपने बजट 2023 में ये कहा है कि हम इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल को सस्ता करके सभी लोगों के पहुच में लाना चाहते है।

लेकिन इसके लिए इनके निर्माण में जो समस्या आ रही थी वो थी लिथियम बैटरीज जिनकी कॉस्ट बहुत ज्यादा आती है है क्योंकि लिथियम भारत मे दूसरे देशों से मंगाया जाता है, और अब लिथियम के भंडार भारत मे मिलने से भारत स्वयं लिथियम आयन बैटरीज का निर्माण सस्ते दामो में कर सकेगा, और बाहर के देशो में भेज सकेगा। 

वर्ल्ड बैंक के अनुसान अभी दुनिया मे जितनी भी लिथियम आयन बैटरीज बनती है उनके प्रोडक्शन को 500 प्रतिशत बढ़ाना होगा तभी दुनिए भर की मांग पूरी की जा सकती है। 

क्योंकि दुनिया भर में एलेक्ट्रॉनिक सामानों की लगातार वृद्धि हो रही है जिसमें लिथियम से बनी हुई बैटरियों का इस्तेमाल भारी मात्रा में किया जाता है, क्योंकि अभी तक लिथियम के भंडार दुनिया मे सीमित थे, लेकिन भारत मे इतनी ज्यादा में लिथियम मिलने से भारत की ही नही अपितु पूरे विश्व की मांग को पूरी की जा सकती है।


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