What Is Dividend in Share Market | क्या कंपनियां अपना लाभांश अपने शेयर धारको में बाटती है ?
जब कोई शेयर धारक किसी कंपनी में निवेश करता है तो शेयर धारक यही उम्मीद करता है कि उसको खासा मुनाफा होगा और अगर मुनाफा दो रास्ते से आए तो और बात होगी! इसे ही डबल बेनिफिट कहते है, कैपिटल मार्केट में ऐसे कई निवेश है इसे आप डबल बेनिफिट वाली डील का फायदा उठा सकते हैं कुछ ऐसी कंपनियां है जो अपने शेयरधारकों को अपने लाभ का हिस्सा समय-समय पर देती रहती हैं जिसे डिविडेंड (Dividend) कहते है।
इस आर्टिकल में हम Dividend और उसके प्रकारों की विस्तार से चर्चा करेंगे।
Whatis divident in Share market |
What Is Dividend in Share Market | डिविडेंट (लाभांश) किसे कहते है?
जब कंपनी को मुनाफा होता है तो कंपनी अपने मुनाफे को ,अपने शेयर धारको में बराबर से बाट देती है उस बाटे गए मुनाफे को ही डिविडेंट (Dividend) कहते है ।
Example: माना किसी कंपनी की वैल्यू 1000 करोड़ रु थे, और कंपनी ने शेयर मार्केट में अपने 1000 करोड़ शेयर उतारे थे, अब माना अगले वर्ष कंपनी की वैल्यू बढ़कर 2000 करोड़ रू हो गयी और कंपनी को 100 करोड़ रु का लाभ हुआ। अब कंपनी के शेयरों की वैल्यू तो डबल हो गयी यानी अगर किसी ने 100 rs का शेयर लिया था तो अब वह 100 rs के शेयर की वैल्यू 200 rs हो जाएगी, और जब कंपनी अपना लाभ जो कि 100 करोड़ रुपए का था उसे अपने शेयर धारको में बटेगी तो इसे ही लाभांश या डिविडेंट Dividend कहते है।
क्या सभी कंपनियां अपने शेयर धारको को Dividend देती है
यह जरूरी नही है सभी कंपनी अपने शेयर धारक को अपने लाभ का हिस्सा बाटे यह अनिवार्य नही है, Divident बाटने का फैसला कंपनी का खुद का फैसला होता है कि वह अपने लाभ का हिस्सा बटेगी की नही। हालांकि जो कंपनी यह घोषणा करती है कि वह अपने डिविडेंट (Dividend) को शेयर धारको में बटेगी उस कंपनी को फायदा होता है उस कंपनी के शेयर वैल्यू, मार्केट में बढ़ने लगते है।
डिविडेंट के प्रकार | Types of Dividend
There Are 5 types of Divident- मुख्य रूप से 5 प्रकार के होते है।
1.Cash Dividend
2.Property Dividend
3.Scrip Dividend
4.Liquidating Dividend
5.Stock Dividend
कैश डिविडेंट (Cash Dividend)
ज्यादातर कंपनिया कैश डिविडेंट को, कैश के रूप में अपने शेयर धारको के एकाउंट में जमा कर देती है। लगभग हर एक प्रकार की कंपनी कैश के रूप में ही , कैश डिविडेंट (Cash Dividend) देती है।
प्रोपर्टी डिविडेंट (Property Dividend)
कुछ कंपनिया अपने लाभांश के हिस्से को प्रोपेर्टी के रूप में अपने शेयर धारको को देती है। इसलिए इसे प्रोपर्टी डिविडेंट कहते है।
स्क्रिप डिविडेंट (Scrip Dividend)
जब कंपनियों के पास पर्याप्त मात्रा में डिविडेंड राशि नहीं होता है, तब कंपनियां अपने शेयर धारक को स्क्रिप्ट के माध्यम से वादा करती हैं कि वह आने वाले भविष्य में अपने शेयरधारकों को डिविडेंड देंगे।
लिक्विडटिंग डिविडेंट (liquidating Dividend)
जब कोई कंपनी अपना बिजनेस बंद कर रही होती है तब अपने शेयरधारकों को लिक्विडेंट डिविडेंड देती है यह कंपनी द्वारा आने शेयर धारक को दिया जाने वाला भुगतान होता है।
स्टॉक डिविडेंट (Stock Divident)
जब कंपनी नए शेयरों को जारी कर के अपने शेयर धारको को भुगतान करता है तो इसे स्टॉक डिविडेंट कहते है।
कंपनियां जब भी अपने शेयरधारकों को डिविडेंड देती है तो वाह अपने शेयरधारकों को लिए गए शेयरों की फेस वैल्यू पर डिविडेंड देते हैं ना की मार्केट वैल्यू पर । यानी जब निवेशक ने शेयर खरीदा था उस समय जो भी शेयर की वैल्यू थी उसी वैल्यू पर कंपनी डिविडेंट देती है।
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