PNB SCAM 11400 CR : किस प्रकार से हुआ था PNB घोटाला, जानिए! फुल केस स्टडी

कैसे PNB को 11400 करोड़ का चूना लगाया था, PNB Scam की फुल Case Study 

नीरव मोदी ने कैसे PNB को 11400 करोड़ का चूना लगाया था, PNB Scam Case Study
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नीरव मोदी जो अपने एंटीक डायमंड के लिए जाना जाता था , वह कहता था कि उसके हीरे बहुत ही एंटीक है उसके किसी भी प्रकार से रेप्लिकेट कॉपी नही बनाई जा सकती है ,यह अपने ब्रांड की वैल्यू को बढ़ाने के लिए बॉलीवुड और हॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्रियों से अपने ब्रांड का प्रचार भी करवाता था।

 कौन है नीरव मोदी

  • नीरव मोदी एक भारतीय व्यापारी है जिनका जन्म 27 feb 1971 में हुआ था।
  •  इन्होंने 2010 में नीरव मोदी ग्लोबल डायमंड ज्वेलरी हाउस की स्थापना मुम्बई में की थी।
  • नीरव मोदी क्रिस्टी और सोथेबीथ नामक पत्रिकाओं के कवर पर छपने वाला पहला जोहरी था।
  • इसने गोलकुंडा लोटस नेकलेस जिसमे दुर्लभ 12.29 कैरेट गोलकुण्ड हीरा और गुलाबी हीरा है को 2010 में क्रिस्टी हांगकांग में नीलामी में बेचा था।
  • नीरव मोदी 2013 में फोब्स की अरबपतियों की सूची में हुआ था जिसमे उसका विश्व मे स्थान 1234 वा और भारत मे 84 था फोब्स के मुताबिक इसके पास 1.73 अरब डॉलर की संपत्ति थी।

किस तरह नीरव मोदी ने PNB से 11400 करोड़ रु की ठगी की थी?| PNB Scam Case Study

LoU के जरिये नीरव मोदी ने PNB के साथ धोखा किया,
LOU(लेटर ऑफ अंडरटेकिंग) : अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एक देश से दूसरे बैंक को पैसा लेटर ऑफ अंडरटेकिंग के माध्यम से दिया जाता है। जैसे अगर कोई भारतीय व्यापारी अमेरिका में  जाए और अमेरिकी कंपनी के साथ व्यापार करे तो इन दोनों के बीच जो भी व्यापार में जो पैसे की लेन देन होगी वह लेन देन , किसी भी बैंक द्वारा जारी किए गए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग से होगी, वह यहा की बैंक के द्वारा दिया गया लेटर को अमेरिकी बैंक को देगा ,और अमेरिका की बैंक उस लेटर में लिखे गए रुपये को उस आदमी को दे देगा जिसने लेटर दिया है। हालांकि पहले इसी तरह का व्यापार होता था, उस दिए गए लेटर की क्रॉस चेकिंग नही की जाती है और इसी बात का फायदा नीरव मोदी उठाया , नीरव का सोचना था कि अमेरिकी बैंक द्वारा भारत की बैंक से पैसे मांगने से पहले वह अमेरिकी बैंक को फर्जी तरीके से लिये गए पैसे को वापस कर देगा, लेकिन ऐसा नही हुआ नीरव को व्यापार में घाटा हुआ जिससे वह पैसा चुकाने असमर्थ ही गया। और जब बाद में विदेशी बैंक ने PNB से अपने पैसे वापस मांगे तो PNB ने साफ इंकार कर दिया कि हमने ऐसा कोई लेटर जारी ही नही किया है तो पैसे किस बात का वापस लौटाए, लेकिन विदेशी बैंक ने तो PNB लेटर ऑफ अंडरटेकिंग से नीरव को पेमेंट कर दिया था, अब यह 11400 करोड़ रुपये को PNB के द्वारा उस विदेशी बैंक को देना है।  तो इस तरह नीरव ने 11400 करोड़ रुपये का  चूना PNB को लगा दिया, यह बात खुलने का अंदेशा नीरव को पहले से ही था इसलिए यह बात सामने आए उसके पहले नीरव ने देश छोड़ दिया, इस प्रकार नीरव मोदी ने pnb के साथ 11400 करोड़ का घोटाला किया, भारत सरकार ने नीरव को भगोड़ा घोषित कर दिया है। लेकिन नीरव अभी भी भगोड़ा घोषित है उनकी तलास लगातर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किया जा रहा है।

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